कुदरत के नए बदलाव में कई बिमारियां का खतरा,स्वास्थ विभाग की चेतावनी !
मौसम के बदलाव को लेकर लोगो की सेहत पर बुरा प्रभाव पडता जा रहा है। जिसको लेकर स्वास्थ विभाग के द्वारा बहुत ही ज्यादा चिंता जताई जा रही है। बताया जा रहा है कि,दीवाली के बाद से मौसम मे अचानक से ठंडी महसूस की जा रही थी। इस बीच बारिश होने की वजह से मौसम मे और भी ज्यादा ठंडक आ गई है। वही दूसरी ओर अंदाजा लगाया जा रहा है कि,इस वर्ष ठंडक बहुत ही ज्यादा होगी।
lcuknow
7:46 PM, Nov 8, 2025
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SKETCH BY - GOOGLE
उत्तर प्रदेश। मौसम के बदलाव को लेकर लोगो की सेहत पर बुरा प्रभाव पडता जा रहा है। जिसको लेकर स्वास्थ विभाग के द्वारा बहुत ही ज्यादा चिंता जताई जा रही है। बताया जा रहा है कि,दीवाली के बाद से मौसम मे अचानक से ठंडी महसूस की जा रही थी। इस बीच बारिश होने की वजह से मौसम मे और भी ज्यादा ठंडक आ गई है। वही दूसरी ओर अंदाजा लगाया जा रहा है कि,इस वर्ष ठंडक बहुत ही ज्यादा होगी। जिसकी वजह से लोग बिमारियो से संक्रमित होते जा रहे है। जिसकी वजह से अस्पताल में लागो की लंबी भीड जमा हुई है। जिसको देखते हुए यह विषय चिंता बना हुआ है। इसीलिए हम आपको बदलते मौसम के बीच मे आपकी सुरक्षा के लिए आपको सारी बातो से अवगत कराएंगे। ताकि,आपकी सेहत हमेशा अच्छी बनी रहे और आपके चेहरे पर खुशी दिखती रहे ।
क्या — क्या हो सकती है बिमारियां ?
ठंड के मौसम में कई प्रकार की बिमारियां इसांन को घेर लेती है। सर्दी और फ्लू सबसे आम बीमारियाँ जो वायरस के कारण होती हैं और एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में आसानी से फैलती हैं। ब्रोंकाइटिस और निमोनिया श्वसन संबंधी संक्रमण हैं जो वायरस या बैक्टीरिया के कारण हो सकते हैं।साइनसाइटिस नाक के मार्गों में जमाव और सूजन के कारण सिरदर्द और दबाव हो सकता है।काली खांसी यह एक जीवाणु संक्रमण है जो खांसने, छींकने और सांस लेने से फैलता है। ठंड और नमी के कारण जोड़ों में अकड़न और दर्द हो सकता है।ठंडी और सूखी हवा से होंठ और त्वचा फट सकते हैं।जब शरीर बहुत ज़्यादा ठंडा हो जाता है, तो यह एक जानलेवा स्थिति हो सकती है।ठंड में वायुमंडलीय दबाव कम होने से उच्च रक्तचाप हो सकता है।ठंडी, सूखी हवा इन स्थितियों वाले लोगों में सांस लेने की समस्याओं को बढ़ा सकती है।
क्या है बिमारियो से बचाव के लिए उपाय ?
बीमारियों से बचाव के लिए अपने हाथों को खासकर खांसने, छींकने, खाने या शौचालय का उपयोग करने के बार-बार साबुन और पानी से धोएं।अपनी नाक और मुंह को टिश्यू या कोहनी से ढकें और इस्तेमाल किए गए टिश्यू को तुरंत फेंक दें।दूसरों को संक्रमित होने से बचाने के लिए घर पर रहें।अपनी आंखों, नाक और मुंह को छूने से बचें। स्वस्थ आहार खाएं और पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं।शारीरिक रूप से सक्रिय रहें और अपने शरीर के वजन को नियंत्रित रखें।शारीरिक रूप से सक्रिय रहें और अपने शरीर के वजन को नियंत्रित रखें।प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाए रखने के लिए पर्याप्त नींद लेना ज़रूरी है। सभी आवश्यक टीके समय पर लगवाएं, जिसमें वार्षिक फ्लू का टीका भी शामिल है।भोजन को अच्छी तरह से पकाएं और कच्चे और पके हुए भोजन के लिए अलग-अलग कटिंग बोर्ड का उपयोग करें। फलों और सब्जियों को धोने के बाद ही खाएं।अपनी निजी चीज़ें जैसे टूथब्रश, रेज़र और बर्तनों को साझा करने से बचें।जंगली जानवरों और कीड़ों के संपर्क से बचें, क्योंकि वे बीमारियां फैला सकते हैं।नियमित स्वास्थ्य जांच करवाएं और डॉक्टर की सलाह का पालन करें, जैसे कि, कोलेस्ट्रॉल की जांच करवानी चहिए।

